हिन्दू शास्त्रों के अनुसार किसी भी शुभ कार्यो को शुरु करने से पहले श्री गणेश जी की आरती की जाती है और गणेश जी को याद किया जाता हैं : कहा जाता हैं की श्री गणेश जी की आरती के बिना पूजा अधूरी मानी जाती हैं:
Ganesh ji ki aarti hindi
!! जय गणेश, जय गणेश,
जय गणेश देवा !
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
!! एक दन्त दयावंत,
चार भुजाधारी !
मास्तक सिंदूर सोहे,
मुसे की सवारी ॥
!! जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा !
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
!! पान चढ़े फूल चढ़े,
और चढ़े मेवा !
लड्डूअन का भोग लगे,
संत करे सेवा ॥
!! जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा !
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
!! अन्धन को आँख देत,
कोढ़िन को काया !
बान्झन को पुत्र देत,
निर्धन को माया ॥
!! जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा !
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
!! सुर श्याम शरण आये,
सफल कीजये सेवा !
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
!! जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा !
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
Ganesh ji ki aarti english
Jai ganesh jai ganesh,
Jai ganesh deva ।
Mata jaki parwati,
Pita mahadeva ॥
Ek dant daya want,
Char bhuuja dhari ।
Mathe sindor shoye,
Muse ki sawari ॥
Jai ganesh jai ganesh,
Jai ganesh deva ।
Mata jaki parwati,
Pita mahadeva ॥
Pan chadhe phool chadhe,
Aur chadhe mewa ।
Laduan ka bhog lage,
Sant kare sewa ॥
Jai ganesh jai ganesh,
Jai ganesh deva ।
Mata jaki parwati,
Pita maha deva ॥
Andhan ko aankh det,
Kodhin ko kaya ।
Banjhan ko putra det,
Nirdhan ko maya ॥
Jai ganesh jai ganesh,
Jai ganesh deva ।
Mata jaki parwati,
Pita mahadeva ॥
Shur shyam sharan aaye,
Safal ki jye sewa ।
Mata jaki parwati,
Pita mahadeva ॥
Jai ganesh jai ganesh,
Jai ganesh deva ।
Mata jaki parwati,
Pita mahadeva ॥